सदी के महानायक के नाम से पहचाने जाने वाले अमिताभ बच्चन करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं और उनके पास इतने पैसे है कि उनकी सात पुश्ते बैठकर खाना खा सकते है लेकिन हाल ही में उनकी इकलौती बेटी श्वेता नंदा ने अपना एक ऐसा दुख साझा किया है जिसको सुनकर सभी लोगों को उनके प्रति सहानुभूति नजर आ रही है। अमिताभ बच्चन ने शुरुआत से ही अपने बेटे अभिषेक बच्चन और बेटी श्वेता नंदा को एक साधारण जिंदगी जीने का सलीका सिखाया है और इसी वजह से अमिताभ बच्चन की बेटी अक्सर सुर्खियों में नहीं रहती है लेकिन हाल ही में इस अभिनेता की बेटी ने अपना एक ऐसा दुख साझा किया जिसको सुनकर सभी लोग हैरान रह गए। आइए आपको बताते हैं कैसे अमिताभ बच्चन की बेटी ने बताया कि वह अपनी जिंदगी तंगहाली में जी रहे हैं।
श्वेता नंदा तरस रही है अपने खुद के पैसों के लिए, खुद बताई यह बात
सदी के महानायक के नाम से मशहूर अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा ने हाल ही में अपने एक ऐसे दुख को साझा किया है जिसको सुनकर किसी को यकीन नहीं हो पा रहा है कि श्वेता नंदा के साथ ऐसा भी हो सकता है। अमिताभ बच्चन की बेटी ने हाल ही में बताया है कि उनके पास खर्च करने को बिल्कुल भी पैसे नहीं है और उन्हें जब भी पैसों की जरूरत होती है तो उन्हें अपनी पति और अपने बच्चों के आगे हाथ फैलाना पड़ता है। लोगों को यह जानकर हैरानी हो रही है कि इतने बड़े अभिनेता की बेटी होकर भी श्वेता नंदा को इस तरह से गुजारा क्यों करना पड़ रहा है। आइए आपको बताते हैं क्यों श्वेता नंदा ने यह बात लोगों के साथ में साझा की।
श्वेता नंदा का छलक उठा अपने परिवार के प्रति दर्द, कहा नहीं हैं मेरे पास अपने पैसे
सोशल मीडिया पर लोगों को हाल ही में तब आश्चर्य होने लगा जब अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा ने इस बात का खुलासा किया कि उनके पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसे नहीं होते हैं। लोग इस बात से परेशान होने लगे कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी श्वेता नंदा की जिसकी वजह से उन्हें यह पोस्ट साझा करनी पड़ी क्योंकि उनके पिता अमिताभ बच्चन अरबों की संपत्ति के मालिक हैं। दरअसल श्वेता नंदा ने बताया कि वह फाइनेंशली रूप से अपने ऊपर कभी भी निर्भर नहीं रह सकी है और उन्हें आज भी अपने पैसे खर्च करने से पहले अपने पति से पूछताछ करनी पड़ती है और इस वजह से उन्होंने यह बात कही है लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि मैं अपने बच्चों को सेल्फ इंडिपेंडेंट बनाना चाहती हूं ताकि वह मेरी तरह नहीं बन जाए।