साल 2022 का आखरी चंद्र ग्रहण इस साल 8 नवंबर को समूचे भारतवर्ष में लगने जा रहा है। ग्रहों की स्थिति को समझने के लिए कई लोग बहुत प्रयास करते हैं लेकिन उन्हें वह सफलता प्राप्त नहीं होती। कई लोगों के जेहन में अक्सर यह सवाल उठता रहता है कि आखिर यह चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण आखिर क्यों लगता है। साथ ही लोगों में यह जानने की उत्सुकता रहती है कि चंद्रग्रहण उन्हें किस प्रकार से लाभ पहुच सकता है। आगे के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे आखिर किस वजह से चंद्र ग्रहण की स्थिति उत्पन्न होती है और वह कौन से तरीके है जिसको आजमाने के बाद आप इस ग्रहण से अपने जीवन में खुशियों को पा सकते हैं।
इस वजह से लगता है चंद्र ग्रहण
8 नवंबर को समूचे भारतवर्ष में शाम को 5:20 से 6:18 तक चंद्रग्रहण की स्थिति उत्पन्न रहेगी। इस दौरान खुली आंखों से चंद्र ग्रहण की स्थिति को ना देखा जाए तो ही बेहतर होता है। कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर यह चंद्र ग्रहण किस स्थिति की वजह से लगता है। यह बात सबको पता है कि पृथ्वी अपनी धुरी से 365 दिन तक चक्कर लगाता रहता है और जब इसी परिक्रमा के दौरान पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ पहुंचता है तब उसी दौरान चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण का योग बनता है। कुछ ऐसा ही योग 8 नवंबर को समूचे भारतवर्ष में बनेगा जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाएगी। आइए आपको बताते हैं इस ग्रहण के बाद आपको ऐसा कौन सा काम करना होगा जिसकी वजह से आपके पास धन का अंबार लग जाएगा और इस ग्रह की स्थिति आपको बहुत लाभ पहुंचाएगी।
चंद्र ग्रहण के बाद यह काम करने से आता है बहुत सारा धन
आमतौर पर चंद्रग्रहण को लेकर यही धारणा बताई जाती है कि चंद्रग्रहण के संपर्क में आने के बाद कई लोगों को इसका नुकसान उठाना पड़ता है और उन्हें धन और सम्मान में हानि पहुंचती है लेकिन चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ ऐसे कार्य करने से लोगों को इसका फायदा भी पहुंचता है जिसका पता बहुत कम लोगों को है। चंद्र ग्रहण की स्थिति के समाप्त होते ही अगर आप अपने पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करके भगवान के कपाट खोल दें तब माना जाता है कि ग्रहों की स्थिति आपको और भी ज्यादा फायदा पहुंचाती है और आप को कोई नुकसान नहीं होता। यही नहीं ग्रहण के बाद अपने इष्ट देव की आराधना करने से भी आने वाले समय में सम्मान और धन में बहुत ज्यादा वृद्धि होती है इसी वजह से यह तरीका अपनाने से ग्रहों की स्थिति और भी ज्यादा प्रबल हो जाती है।