रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है जहां पर भारतीय टीम अपना मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ खेलती हुई नजर आ रही है। इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम की राह आसान नहीं होने वाली थी यह बात रोहित शर्मा भी जानते थे और इसी वजह से रोहित शर्मा को यह उम्मीद थी कि उनके बड़े खिलाड़ी इस मुकाबले में बढ़िया प्रदर्शन करें और कुछ ऐसा ही इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में हुआ। सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के कप्तान बटलर ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला लिया और भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया। आइए बताते हैं कैसे खराब शुरुआत के बाद एक बार फिर से विराट कोहली और आखिरी ओवर के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम को सम्मानजनक लक्ष्य तक पहुंचाया।
विराट कोहली ने एक बार फिर से खेली शानदार पारी
भारत बनाम इंग्लैंड के सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। बड़े मुकाबलों में अक्सर यह उम्मीद की जाती है कि टीम के सलामी बल्लेबाज अच्छी शुरुआत दे लेकिन लोकेश राहुल ने बहुत ही जल्द अपना विकेट गंवा दिया जिसके कारण भारतीय टीम शुरुआती ओवर में ही बेहद दबाव में आ गई। हालांकि रोहित शर्मा को यह उम्मीद थी कि इस विश्व कप में शानदार लय में चल रहे विराट कोहली उनके लिए एक बार फिर से शानदार बल्लेबाज साबित होंगे और विराट कोहली ने कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए शानदार 50 रन बनाए। आइए आपको बताते हैं हार्दिक पांड्या जिन्होंने आखिरी ओवर में बल्लेबाजी की कैसे ताबड़तोड़ खेलते हुए भारतीय टीम को एक ऐसे लक्ष्य तक पहुंचा दिया जिसका बचाव भारतीय गेंदबाज कर सकते हैं।
हार्दिक पांड्या की पारी के आगे नतमस्तक हुए इंग्लैंड के गेंदबाज
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में सलामी बल्लेबाजों को जल्दी गंवाने के बाद एक बार फिर से जिम्मेवारी विराट कोहली के ऊपर थी जिन्होंने शानदार पारी खेलते हुए भारतीय टीम को अच्छे लक्ष्य की नींव रखी। विराट कोहली को इस मुकाबले में समर्थन मिला हार्दिक पांड्या का जिन्होंने आखिरी ओवर में शानदार तरीके से रन बनाकर भारतीय टीम को 168 रनों के लक्ष्य तक पहुंचाया। हालांकि भारतीय टीम के लिए यहां तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं था क्योंकि 12वें ओवर में भारतीय टीम 75 रनों पर अपने तीन विकेट गंवा चुकी थी लेकिन हार्दिक पांड्या अपने इरादे कुछ और ही लेकर उत्तरे थे जिस अंदाज में उन्होंने यह बल्लेबाजी की उससे यह साफ पता चलता है कि भारतीय टीम में अभी सेमीफाइनल मुकाबले में अच्छी स्थिति में पहुंच चुकी है अब बाकी का काम भारतीय टीम के तेज गेंदबाज के ऊपर निर्भर है कि वह कैसा प्रदर्शन करते हैं।