भारत और श्रीलंका के बीच एशिया कप का फाइनल मुकाबला 17 सितंबर 2023 को श्रीलंका के कोलंबो के मैदान में खेला जा रहा है। इस मुकाबले में श्रीलंका के कप्तान टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया टॉस हारने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने खुद यह बात कही कि अगर श्रीलंका की टीम इस मैदान पर 240 रनों से ज्यादा का स्कोर बना लेती है तब इसे प्राप्त करने में काफी कठिनाई होगी। लेकिन भारतीय टीम के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अपनी गेंदबाजी से ऐसा कहर ढाया की श्रीलंका के बल्लेबाज अंत तक निकल नहीं सके। आइए आपको बताते हैं कैसे मियां भाई की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने श्रीलंका को सिर्फ 50 रनों पर ऑल आउट कर दिया और फाइनल मुकाबले में अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली।
श्रीलंका की टीम मात्र 50 रनों पर हुई ऑल आउट

एशिया कप का फाइनल मुकाबले भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के मैदान में खेला जा रहा है। इस मुकाबले में उम्मीद थी कि श्रीलंका और भारत के बीच अच्छा मुकाबला देखने को मिलेगा। लेकिन टॉस हार कर पहले गेंदबाजी कर रही भारतीय टीम ने श्रीलंका के बल्लेबाजों को बिल्कुल खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। मोहम्मद सिराज ने 21 रन लेकर 6 विकेट अपने नाम किए और उन्हें साथ मिला हार्दिक पांड्या का जिन्होंने 3 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए। इन दोनों तेज गेंदबाजों के अलावा जसप्रीत बुमराह को भी एक विकेट मिला जिसकी बदौलत श्रीलंका की टीम सिर्फ 50 रनों पर ऑल आउट हो गई। आइए आपको बताते हैं कैसे इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी से मोहम्मद सिराज ने रिकॉर्ड की बौछार कर दी और श्रीलंका को फाइनल मुकाबले में ढेर कर दिया।
मोहम्मद सिराज की गेंद का नहीं था श्रीलंकाई बल्लेबाजों के पास जवाब

मोहम्मद सिराज को आखिर किस वजह से वर्तमान समय का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज कहा जाता है इसका नजारा एशिया कप के फाइनल मुकाबले में देखने को मिला। सिर्फ 21 रन लेकर 6 विकेट अपने नाम करके मोहम्मद सिराज ने श्रीलंका के बल्लेबाजों को ढेर कर दिया। श्रीलंका की टीम टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी लेकिन 15.02 गेंद में ही उसकी पूरी टीम 50 रनों पर ऑल आउट हो गई। श्रीलंका के पांच बल्लेबाज तो अपना खाता नहीं खोल सके। वही उसके दो बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके जिसकी वजह से भारतीय टीम की स्थिति अब इस फाइनल मुकाबले में बेहद मजबूत हो गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय टीम बहुत आसानी से इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी और सातवीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम पर कर लेगी।