ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 4 दिनों से लगातार बॉर्डर पर गोलीबारी हो रही थी। लेकिन अमेरिका की वजह से दोनों ही देशों ने आपस में समझौता कर लिया और उसके बाद युद्धविराम की घोषणा हो गई। युद्धविराम की घोषणा के तुरंत बाद लेकिन पाकिस्तान ने फिर से बॉर्डर पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसकी वजह से ही भारतीय जनता पाकिस्तान के खिलाफ है। यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया है इसके पहले भी कई बार पाकिस्तान ऐसी घटना को अंजाम दे चुका है।
कारगिल युद्ध

फरवरी 1999 में कारगिल की पहाड़ियों में पाकिस्तान द्वारा घुसपैठ की गई थी। देखते ही देखते इस छोटी सी घुसपैठ ने पूर्ण युद्ध का रूप ले लिया था और दोनों ही देश की तरफ से लगातार गोलीबारी शुरू हो गई थी। 3 मई 1999 को शुरू हुए कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय को अंजाम दिया था जिसके तहत ना सिर्फ पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारत से बाहर भगाया गया था बल्कि भारत ने पाकिस्तान को घुटनों के बल पर ला दिया था।
संसद हमला

2001 में जुलाई के महीने में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भारत आए हुए थे। आगरा में आने के बाद उन्होंने शांति वार्ता की थी लेकिन उस दौरान कोई भी औपचारिक समझौता नहीं हुआ। दोनों देशों की तरफ से लेकिन इस मौके पर सकारात्मक संकेत दिखे लेकिन 6 महीने बाद ही भारतीय संसद पर पाकिस्तान के आतंकियों ने हमला कर दिया था जिसमें आठ लोगों की जान चली गई थी।
26/11

26 11 कि वह घटना को कौन भूल सकता है जब पाकिस्तान से कई आतंकवादी भारत में घुस आए थे और उसके बाद ताज होटल और रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट पर काफी गोलीबारी की गई थी। इस मौके पर दो आतंकवादियों को जिंदा भी पकड़ा गया था और तब उन्होंने कबूल किया था कि वह पाकिस्तान के रहने वाले हैं। जिसके बाद भी जनता में काफी रोष देखा गया था और लोगों का कहना था कि इस बार पाकिस्तान को सबक सिखा देना है लेकिन सरकार उस मौके पर पूरी तरह से चुप्पी साध कर बैठी हुई थी।
इस बार के पहलगाम हादसे के बाद लेकिन भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन से पाकिस्तान को यह तो समझ में आ गया है कि अब भारत चुप रहने वालों में से नहीं है और वह पलट कर जवाब देता है जिसकी वजह से ही अगली बार हमला करने से पहले पाकिस्तान 10 बार सोचेगा।