पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जो पाकिस्तान में तबाही मचाई थी उसकी मिसाल लंबे समय तक याद रखी जाएगी। लेकिन इस ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बिहार का एक लाल शहीद हो गया था। ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए बिहार के लाल रामबाबू का पार्थिव शरीर बुधवार की सुबह पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा। शहीद जवान रामबाबू का शव जब एयरपोर्ट पर पहुंचा तब इस मौके पर कई हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनके शहादत पर पूरे देश को गर्व है। पूरे गांव वाले उनके पार्थिव शरीर का पलक बिछाकर इंतजार करते नजर आ रहे थे। बिहार के प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने तो शहीद राम बाबू को श्रद्धांजलि दी है और कहा है कि उन्होंने दुश्मन देश का जो हश्र किया है उस पर उन्हें गर्व है और उन्होंने बिहार का मान बढ़ाया है।
नीतीश कुमार ने भी दी श्रद्धांजलि

बिहार के लाल शहीद राम बाबू का पार्थिव शरीर जब बिहार में पहुंचा है तब कई बड़े राजनेता उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। कुछ उन्हीं लोगों में बिहार के भावी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भी शामिल होता है। रामबाबू सिंह सिवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के निवासी थे। बुधवार दोपहर को शहीद जवान का शव जब उनके घर पर पहुंचा उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके शव को देखने के लिए पहुंचे। बिहार सरकार की तरफ से शहीद जवान के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की बात की गई है जिसे सुनने के बाद लोग नीतीश कुमार की भी प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं। शहीद जवान रामबाबू के परिवार के सदस्यों ने बताया कि साल 2017 में उन्होंने आर्मी जॉइन किया था और बचपन से ही उनके मन में यह ललक थी कि वह पाकिस्तान को घर में घुसकर मारे।
1 साल पहले ही हुई थी शादी

10 अप्रैल को ही शहीद जवान रामबाबू ने कश्मीर में जाकर ड्यूटी ज्वाइन की थी। आपको बता दे कि पिछले साल दिसंबर महीने में ही उनकी शादी हुई थी और जब उनकी पत्नी को यह पता चला कि अब रामबाबू इस दुनिया में नहीं है तब उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। आर्मी में वह ऑपरेटर के रूप में काम कर रहे थे। परिजनों का कहना है कि रामबाबू बचपन से आर्मी में जाना चाहते थे और जिस दिन उनकी नौकरी लगी थी उसी दिन उन्होंने सबसे यह वादा किया था कि वह पाकिस्तानियों को सबक जरूर सिखाएंगे। आखिरकार रामबाबू ने अपने वादे को पूरा किया है लेकिन जाते-जाते वह सबको रुला गए है।