एक पुरानी कहावत यह है कि भगवान के घर देर होता है अंधेर नहीं और ऐसा ही नजारा राजस्थान के डूंगरपुर जिले में देखने को मिला जहां पर एक महिला इन दिनों लोगों के आश्चर्य का केंद्र बनी हुई है क्योंकि हाल ही में यह महिला मां बनने का सुख प्राप्त कर चुकी है और जैसे ही इस महिला के मां बनने की खबर लोगों को भी है तब लोग बहुत ज्यादा आश्चर्यचकित है। वैसे तो भारतवर्ष में हर दिन लगभग लाखों बच्चों का जन्म होता है लेकिन इस महिला ने जिस तरह से बच्चों को जन्म दिया है वह अपने आप में एक अनोखा मामला है। आइए आपको बताते हैं कैसे यह महिला एक साथ तीन बच्चों की मां बन गई जिसकी खबर सुनने के बाद दूर-दूर से लोग इस महिला को देखने आ रहे हैं।
जयंतीलाल के घर में आई खुशियों की लहर, तीन बेटियों के बाद चाहत थी बेटे की

राजस्थान के डूंगरपुर जिले में हाल ही में एक अनोखा मामला तब देखने को मिला जब जयंतीलाल जो 29 वर्षीय साधारण व्यक्ति हैं वह एक बेटे की चाहत कर रहे थे। दरअसल उनकी शादी को 4 साल से ऊपर हो चुके थे लेकिन संतान के रूप में उन्हें 3 बेटियां थी और वह अपने बेटे की चाहत में खोए रहते थे। अपने बेटे की चाहत में ही उन्होंने अपनी पत्नी के साथ एक बार फिर से अपने बच्चे को प्लान किया था और इस बार बेटे की चाहत रखने वाले इस कपल के घर में ऐसी खुशी आ गई जिसकी कल्पना खुद उन्होंने नहीं की थी। आइए आपको बताते हैं समय के पहले ही कैसे जयंती लाल की पत्नी ने तीन स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया जिसको देखकर वह फूले नहीं समा रहे हैं।
जयंतीलाल की ख्वाहिश पूरी कर दी भगवान ने

राजस्थान के डूंगरपुर जिले के रहने वाले जयंतीलाल के घर में एक साथ बहुत बड़ी खुशी आ गई जब उनकी पत्नी ने एक साथ तीन बेटों को जन्म दिया। जयंतीलाल को शुरुआत से ही एक बेटे की चाहत थी और इसी वजह से इस इंतजार में उनकी तीन बेटियां हो गई थी लेकिन जयंतीलाल और उनकी पत्नी ने चौथी मर्तबा अपने बेटे की चाहत के लिए एक बार फिर से बच्चे को प्लान किया और इस बार भगवान ने उनकी पुकार सुन ली और जयंतीलाल के घर में एक नहीं बल्कि एक साथ तीन बेटों ने जन्म लिया और जिसको देखकर खुद चिकित्सक भी हैरान है। हालांकि समय के पहले हुए बच्चों के इस जन्म से लोगों को यह लग रहा था कि बच्चे का स्वास्थ्य खराब होगा लेकिन लगभग 25 दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद अब जयंती लाल की पत्नी अपने तीनों बेटों के साथ घर आ गई है और सभी लोग इन तीन बच्चों को देखकर यह कह रहे हैं कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं।