महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी और कप्तान में शुमार होते हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम को 2011 और 2007 के विश्व कप में जीत मिली थी और इसी वजह से उन्हें भारत का सबसे बेहतरीन कप्तान कहा जाता है। महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी तब दी गई थी जब भारतीय टीम अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही थी और 2007 में बांग्लादेश के हाथों हारकर भारतीय टीम विश्व कप से बाहर हो गई थी और उसी के बाद धोनी के हाथों में भारतीय टीम की कप्तानी मिली थी जिसके बाद उन्होंने पूरी तरह से टीम को काया पलट कर रख दी थी। आइए आपको बताते हैं कैसे धोनी को कप्तानी दिलवाने में सचिन तेंदुलकर का हाथ था जिन्होंने हाल ही में इस बारे में जिक्र किया है।
सचिन ने खुद सुझाया था धोनी का नाम
2007 में जब भारतीय टीम बांग्लादेश के हाथों 50 ओवरों के विश्व कप में हारकर बाहर हो गई थी तब ऐसा लगने लगा था कि भारतीय क्रिकेट का दौर अब समाप्त हो चुका है लेकिन उसी समय महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय चयनकर्ताओं ने कप्तानी सौंपी और अपनी कप्तानी में धोनी ने इतिहास रचते हुए पहली बार में ही भारत को खिताब जीता दिया। धोनी की कप्तानी का सिलसिला यहीं नहीं रुका बल्कि 2007 के बाद 2011 विश्व कप में लगभग 28 सालों के बाद धोनी ने एक बार फिर से कारनामा करते हुए भारत के सबसे सफलतम कप्तान बनने की उपलब्धि हासिल की और आइए आपको बताते हैं हाल ही में कैसे सचिन तेंदुलकर ने खुद यह बात बताई है कि धोनी को कप्तान बनाने में उनकी अहम भूमिका थी और चयनकर्ताओं को उन्होंने ही महेंद्र सिंह धोनी का नाम सुझाया था।
सचिन की वजह से कप्तान बने थे धोनी
सचिन तेंदुलकर जिन्हें क्रिकेट की दुनिया का भगवान कहा जाता है हाल ही में उन्होंने अपनी बायोग्राफी में 2007 के समय का जिक्र किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि जब भारतीय टीम अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही थी तब उन्होंने ही महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बनाने का नाम चयनकर्ताओं को सुझाया था। सचिन ने बताया कि धोनी के अंदर वह क्षमता और प्रतिभा थी जिसको उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में पहचान लिया था और इसी वजह से जब चयनकर्ताओं को एक नए चेहरे की तलाश थी तब सचिन ने सबसे पहले महेंद्र सिंह धोनी का नाम लिया। सचिन तेंदुलकर का कद क्रिकेट में इतना ज्यादा बड़ा है कि कोई भी उनकी बात को काट नहीं सकता और इसी वजह से चयनकर्ताओं ने धोनी को कप्तान बनाया था जिसके बाद से ही धोनी ने कई इतिहास रच दिए।